
CG : रेत से तेल निकाला जा रहा, अधिकारी क्या कर रहे ये देख के शर्म आता है आज…पढ़िये पूरी खबर
साढ़े तीन साल में प्रदेश में आत्महत्या की बाढ़ आ गई है, 792 किसानों और 9 हजार से अधिक युवाओं ने आत्महत्याएं की है। सरकार कहती है कि सोने की चिड़िया है प्रदेश, तो आज ये स्थिति क्यों।
दो साल का बयाका बोनस देने का वादा घोषणा पत्र में था, कहा गया वह वादा,
5 हजार करोड़ से ज्यादा का मध्यकालीन और दीर्घकालीन ऋण बाकी है,
चिराग योजना, जिसमे अधिकारियों की पत्नियां ही नौकरी कर रही, भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया।
गोधन न्याय योजना के तहत 3 लाख 37 हजार 507 करोड़ का भुगतान किया गया है, इसमें प्रतिवर्ष 4276 और प्रतिमाह केवल 200 या 250 ही मिल रहा।
बेरोजगार युवा आज दर दर की ठोकरें खा रहे, 18199 लोगो को रोजगार मिला है पर होर्डिंग्स में कभी 2 कभी 5 और कभी 7 लाख रोजगार देने का जिक्र है
सरकार श्रमिकों का पैसा खा रही, श्रम कल्याण मंडल में 700 करोड़ राशि जमा है
देखोगे तो हर रोड पर मिल जायेगी लाशे,
ढूंढोगे तो छत्तीसगढ़ में कातिल नही मिलेगा,,
आज छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बन गया है,